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Monday, July 26, 2010

अपना ब्लॉग “चिटठा चर्चा” में........बधाई !

बधाई हो.......अपना ब्लॉग “चिटठा चर्चा” में भी शामिल हो गया....कल जब यह खबर किसी ने दी तो बहुत ही अच्छा लगा। चिटठा चर्चा में अमूमन उन ब्लॉग-पोस्ट पर चर्चा की जाती है जो उनकी नज़र में किसी मायने में महत्त्वपूर्ण होते हैं.....! रवि रतलामी जी ने चिटठा चर्चा पर चर्चा का शीर्षक दिया है "यही तो है असली ब्लॉगिंग" । यह ब्लॉग Sunday, July 04, 2010 को प्रकाशित हुआ है .
रतलामी जी ने अपने ब्लॉग की तारीफ करते हुए लिखा है कि "असली ब्लॉगिंग के अपनी तरह के सैकड़ों, वाजिब उदाहरण हो सकते हैं. एक उदाहरण आपके सामने पेश है. सिंह सदन नाम का एक घर है. उस घर के सदस्यों का एक ब्लॉग है – सिंह सदन – ए हट अंडर द स्काई. इस ब्लॉग की पहली पोस्ट इब्तिदा 10 अप्रैल 2010 को प्रकाशित की गई थी. इसके बाद सबने अपना जिम्मा ले लिया और नियमित पोस्टों का सिलसिला शुरू हो गया. फिर तो घर-परिवार के व्यक्तियों पर केंद्रित बेहद मर्मस्पर्शी पोस्टें आने लगीं. कुछ पाठकों की नजर में ये बेहद व्यक्तिगत और निजी हो सकती हैं, मगर, फिर, यही तो है असली ब्लॉगिंग. दादी माँ पर एक पोस्ट है – वेल डन अम्मा. सिंह सदन में और भी बहुत कुछ है. स्टाइलिश फैमिली से लेकर सास-बहू तक. 30 जून 2010 को सिंह सदन का मासिक बुलेटिन भी प्रकाशित हुआ. इस ब्लॉगर परिवार की खुशियों में आप भी शामिल होना चाहते हैं? तो फिर देर किस बात की? सिंह सदन – ए हट अंडर द स्काई के मेहमान बन जाइए!"

इस प्रकार मुझे बेहद प्रशन्नता है कि हमारा ब्लॉग अपने अद्भुत प्रयास के लिए जाना जा रहा है. इस ब्लॉग के बावत कई ब्लोगर्स दोस्तों ने मुझसे उलाहना भी दिया कि " आपने जो घरेलू ब्लॉग बनाया है वो एक दम नया स्वरुप है ब्लोगिंग का, काश कि हम भी ऐसा कर पाते ......!"
ब्लोगर कंचन सिंह चौहान ने तो यहाँ तक कहा कि " पवन जी यह आइडिया मेरे दिमाग काश आपसे पहले आया होता....!"
बहरहाल मेरी तो कोशिश यही थी कि हमारा ब्लॉग कम से कम एक्सपोज हो.....इसके बावजूद अगर समीक्षकों ने इसे सराहा है तो इसमें "सिंह सदन" के ब्लॉग पर हरेक लिखने- पढ़ने वाले सदस्य कि भूमिका है.....! इस चर्चा के बाद 20 पाठकों कि टिप्पणियां भी प्रेरणास्पद हैं.....! एक बार पुनश्च आप सबको बधाई ..........!
(http://chitthacharcha.blogspot.com) 20 टिप्पणियाँ
*****PK

1 comment:

SINGHSADAN said...

परम आदरणीय भैया
बहुत बहुत बधाइयाँ इन बधाइयों के असली हकदार तो आप है
ये आप के द्वारा ही लगाया हुआ पौधा है जो आज हम सभी को
चाय प्रदान कर रहा है
आपका पिंटू